हर समय काम
है नहीं सही
हर समय काम
है नहीं सही
तन को विश्राम चाहिए
और मन को सुकून
हर समय काम
थका देता है तुमको
तन और मन दोनों ही
मांगते हैं विराम काम से
इसमें कोई बुराई नहीं
काम से विराम सबको चाहिए
हम मशीन नहीं मानव हैं
हर समय काम ना कर सकते हम
काम हमें ख़ुशी देता है
ज़िन्दगी में कुछ करने की चाहत देता है
पर ये काम ना हो सकता हरदम
चाहिए कुछ पल हमें सिर्फ़ अपने लिए
अपने लिए पल हैं बेहद ज़रूरी
तन और मन में पुनः जोश भरता है
ज़िन्दगी जीने का नया नज़रिया भी देता है
बहुत कुछ कर गुजरता है ये अपने लिए कुछ पल
लो विराम तुम काम से
कुछ पल अपने लिए बिताओ
जोश से भर लो ख़ुद को
और एक नई ऊर्जा से पुनः काम पर लग जाओ